स्वयंसिद्वा ✍️योगिनी योगमाया तेरे एक हाथ में है गुलाब तो दूजे में रख कटारजंग है यह ज़िंदगी, यही जिंदगी है प्रेम… April 4, 2024Share this postShare this postClose sharing boxस्वयंसिद्वाTwitterFacebookLinkedIn